आपके वचनों से देश के युवाओं में परिवर्तन | Premanand Ji Maharaj Pravachan

धर्मावलंबी-जन और प्रभु में प्रीति रखने वाले प्रेमीजन आप सभी को सादर राधे-राधे !! Premanand Ji Maharaj Pravachan जीवन की अनुपम निधि है गुरुदेव भगवान के सादर वचनों को सुनने और पढ़ने से इस जीवन का सर्वथा मंगल ही मंगल है और मन को एक अद्भुत शांति की अनुभूति होती है महाराज जी के दरबार में आये एक सज्जन ने कहा – आपके वचनों से देश के युवाओं में परिवर्तन आ रहा है।

विषय- देश के युवाओं में परिवर्तन

सदगुरु देव भगवान सादर चरण वंदन महाराज जी मैं कोरोना काल से आपके सत्संग सुन रहा हूं आपके सत वचनों से मेरे जीवन परिवर्तन हो गया। इस अनमोल मानव जीवन का हर एक पल कितना अमूल्य है, इस जीवन का क्या मूल्य उद्देश्य है, ये आपके वचनों से ज्ञात हुआ। मैं आपके अनमोल वचनों को अपने मित्र, रिश्तेदारों को भेजता हूं। सबसे जीवन में परिवर्तन हो रहा है। हम सभी ने कबीरदास जी, रविदास जी, एवं मीराबाई आदि। दिव्य विभूतियों के विषय में केवल सुना था। लेकिन प्रभु के असीम कृपा से आप जैसे दिव्य सन्तों का दर्शन एवं आपके अनमोल वचनों को सुनने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। हम सब आपका ऋण कैसे चुकाएंगे।

महाराज जी का प्रवचन

राधे राधे जी हम तो आप लोगों के ऋणी हैं कि आप लोग हमारी बात मान रहे हैं। इस कलि-काल के भयावह कलयुग में प्रचंड तांडव हो रहा है। जो अधर्म हो रहा है उसमें आप लोग संत की बात सुन रहे हैं। कोई परमार्थ की बात सुन रहे हैं आप बुरे आचरणों को त्याग कर अच्छे आचरण में चल रहे हैं। तो ऐसा करके आप हम पर एहसान कर रहे हो ! आप हमारे धन्यवाद के पात्र हो !

भगवान आपको ऐसी बुद्धि दे कि जिससे आपको परम सुख को प्राप्त हो, स्वस्थ रहें, सुखी रहें, इस जीवन में भी और जब शरीर छूटे तो भगवान की भी कृपा का अनुभव हो। हमारा उद्देश्य यही है । यह उद्देश्य संतों के जूठन से और भगवान की कृपा से मिला है । जो आपने नाम उच्चारण किया उन्हीं के चिंतन से उन्हीं के जप से, उन्हीं के प्रताप से, आदि वाणी उन्हीं की जूठन है। उन्हीं को बोल करके आप लोगों के मंगल की भावना करते हैं ।

जीवन सुखी और मंगलमय होगा

अगर आप स्वीकार ना करें तो हम बोलते रहते क्या करेंगे। अहो भाग्य हमारे हैं हमारी वजह से सबको सुख मिल रही है। यही हमारे जीवन का उद्देश्य है हमारे वचनों को सुनकर दस दुराचरण छोड़ दें, तो कम से कम मनुष्य होना हमारा सार्थक हो जाएगा। लेकिन इस संसार में जन्म लिया, इस संसार का अन्य खाया, इस संसार का वस्त्र पहने, इस संसार के समाज में रहते हैं, तो समाज का मंगल हो, समाज सुखी हो, समाज अनंदित हो, यह तभी हो सकता है जब आप हमारी बात मानेंगे।

तो इसमें हम कुछ नहीं कर रहे हैं इसमें आपका बहुत बड़ा योगदान है। आप पर भगवान की कृपा हो रही है नहीं तो यहां कलयुग चल रहा है कौन बाबा जी की बात मान रहा है ऐसा माया का आकर्षण, कि लोग प्रवचनों को बकवास समझते हैं ,शास्त्र और वाणी को सब लोग काल्पनिक समझते हैं ,आप मान रहे हैं आपका परिवर्तन हो रहा है यह भगवान की कृपा है। और आपके अहो भाग्य है! क्योंकि बिना भगवान की कृपा से ना तो शब्द सुनने को मिल रहा है और ना उनको आचरण में उतारने की भावना हो रहा है ।

।।अतिहरि कृपा जाहि पर होई, पाउँ देइ एहि मारग सोई।।
।।मन कामना सिद्धि नर पावा जे यह कथा कपट तजि गावा।।

इस मार्ग में वही कदम बढ़ाता है जो भगवान की कृपा का पात्र होता है । आप सब पर भगवान की कृपा है

।।राधे-राधे।।

महाराज जी का जीवन दर्शन

Leave a Comment

जीवन में ये न किया तो अंत पछताना पड़ेगा | Premanand Ji Maharaj Pravachan मानसिक बीमारियों से घिर चुका हूँ क्या करूँ | Premanand Ji Maharaj Pravachan हनुमान भगवान बता रहे हैं ये है असली विपत्ति | Premanand Ji Maharaj Pravachan महाराज जी मेरा मन धन की तरफ बहुत भागता है | Premanand Ji Maharaj Pravachan क्या पति-पत्नी का साथ-सात जन्मों का है | Premanand Ji Maharaj Pravachan भगवान उसे कभी क्षमा नही करते | Premanand Ji Maharaj Pravachan ह्रदय में भगवान का प्रकाश | Premanand Ji Maharaj Pravachan किसी के आशीर्वाद की जरुरत नही | Premanand Ji Maharaj Pravachan भजन के अनुभव या संकेत तभी सच्चे मानो | Premanand Ji Maharaj Pravachan आज-कल के पढ़े-लिखे का आचरण | Premanand Ji Maharaj Pravachan