Israel Iran War Israel Iran News 2025
by Bhakt

Israel Iran War Israel Iran News 2025 : 2025 का मध्य विश्व इतिहास के उन निर्णायक मोड़ों में शामिल हो चुका है, जहां पश्चिम एशिया एक बार फिर युद्ध की लपटों में घिर चुका है। यह टकराव कोई नया नहीं, बल्कि वर्षों से पनपती वैचारिक, राजनीतिक और सामरिक कटुता का परिणाम है — और इस बार आमने-सामने हैं दो क्षेत्रीय महाशक्तियाँ: इज़राइल और ईरान। एक तरफ है इज़राइल, जिसकी सैन्य क्षमता, सायबर शक्ति और खुफिया एजेंसी ‘मोसाद’ दुनिया भर में ख्यातिप्राप्त हैं; दूसरी ओर है ईरान, जो अपने वैचारिक कट्टरपंथ, क्रांतिकारी गार्ड और परमाणु आकांक्षाओं के चलते वर्षों से पश्चिमी देशों के निशाने पर रहा है। इस संघर्ष में केवल दो देश नहीं, बल्कि पूरा क्षेत्र — और सम्भवत: समूचा विश्व — खिंचता चला आ रहा है। अमेरिका, रूस, यूरोप, चीन, भारत जैसे देशों की नज़रें इस युद्ध पर टिकी हैं। अंतरराष्ट्रीय बाज़ार, ऊर्जा आपूर्ति, मानवाधिकार संकट और रणनीतिक गठबंधनों पर इस युद्ध का गहरा प्रभाव पड़ रहा है। Israel Iran War Israel Iran News 2025
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Table of Contents
युद्ध की शुरुआत: ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ : Israel Iran Nuclear
- 13 जून, 2025 को इज़राइल रक्षा बलों (IDF) ने “ऑपरेशन राइजिंग लायन” शुरु किया जिसमें करीब 100 से अधिक सैन्य, परमाणु और मिसाइल ढांचों को लक्षित कर तेहरान, इस्फहान, नतन्ज़, अरक इत्यादि में वायु और खुफिया हमले चलाए गए । Israel Iran News 2025
- इस अभियान से पहले मोसाद (Mossad) ने ईरानी क्षेत्र में ड्रोन बेस स्थापित करके मिसाइल लॉन्चर्स और एयर डिफेंस सिस्टमों को ढेर करने के covert ऑपरेशन किए, जिसमें लगभग 800 मिसाइलों के लॉन्च को विफल करने का दावा किया गया ।
- इज़राइल की यह रणनीति सायबर, खुफिया वायु शक्ति का अनूठा मिश्रण थी, जिसमें covert और overt दोनों स्तरों के हमले शामिल थे। Israel Iran War Israel Iran News 2025
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सैन्य रणनीति और निशानें : Israel Iran News 2025
a) खुफिया ड्रोन अभियानों का प्रभाव
- मोसाद द्वारा ड्रोन और घटक ईरान में भेजे गए थे, साथ ही कमांडो भी घटनास्थल पर सक्रिय थे।
- ड्रोन बेस का प्रयोग ईरानी एयर डिफेंस और सुपरसोनिक मिसाइल लॉन्चर्स को पहले ही निष्क्रिय करने में किया गया ।
b) वायुसेना हमले
- इज़राइली वायुसेना ने अराक हैवी वाटर रिएक्टर, फोर्डो, नतन्ज़ जैसे प्रमुख परमाणु ठिकानों और केरमानशाह, तब्रीज़ में मिसाइल सुविधाओं पर हमले किए ।
- अमेरिकी थाड वायु रक्षा प्रणाली भी आपातकालीन रूप से इज़राइल में उतारी गई थी ।

ईरान की प्रतिक्रिया : Israel Iran War Israel Iran News 2025
- ईरान ने वापस मिसाइल और ड्रोन हमले किए; पिछले कुछ दिनों में उन्होंने 400 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें इज़राइल की ओर छोड़ी, लेकिन इसमें से अधिकांश का निष्क्रियकरण इज़राइल के एयर डिफेंस द्वारा किया गया ।
- हुआ कि केवल लगभग 20 मिसाइलें शहरी क्षेत्रों में प्रविष्ट कर सकीं, जिससे कुछ नागरिक एवं सैन्य नुकसान हुआ ।
- ईरानी सुप्रीम नेता आयातुल्ला खुमैनी ने “अनुग्रह विला्कूल युद्ध” को अस्वीकार कर दिया और चेतावनी दी कि किसी भी अमेरिकी हस्तक्षेप से “अपरिवर्तनीय क्षति” होगी ।
हताहत और मानवीय संकट
- ईरानी पक्ष के अधिकारी आंकड़े अपनी तरफ से कम बताते रहे, लेकिन मानवाधिकार समूहों ने 639 लोगों की मृत्यु (जिसमें सैकड़ों नागरिक शामिल) और 1,300 से अधिक लोग घायल होने की सूचना दी ।
- इज़राइल में कम से कम 24–26 लोगों की मृत्यु हुई और 500 से अधिक घायल हुए, जबकि कई इमारतों को क्षति पहुँची ।
- इरान में तेहरान और आसपास के इलाकों से सैकड़ों लोग विस्थापित हुए; अनुमान है कि 100,000 से ज़्यादा लोग उत्तरी क्षेत्रों की ओर चले गए ।
वैश्विक व क्षेत्रीय प्रभाव : Israel Iran War Israel Iran News 2025
a) अमेरिकी भूमिका
- पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को “शर्त-रहित समर्पण” की मांग की और अमेरिका संभवतः इज़राइल के साथ जुड़ सकता है, परंतु अंतिम निर्णय अभी स्पष्ट नहीं ।
- यूएस नवे मूवमेंट: USS Nimitz और USS Ford जैसे एयरक्राफ्ट वाहक भी उस क्षेत्र में तैनात किए गए।
b) तेल की कीमतों पर असर
- मिडिल ईस्ट संघर्ष से ब्रेंट क्रूड की कीमतों में तेजी आ सकती है, विशेषकर हॉर्मुज स्ट्रेट के बंद होने के डर से ।
c) राजनयिक प्रयास
- यूरोपीय देशों और फ़्रांस, ब्रिटेन ने जिनेवा में बातचीत और रणनीतिक वार्ता पर जोर दिया, लेकिन अमेरिका फिलहाल उसमें भाग नहीं लेगा ।

अंतरराष्ट्रीय क़ानूनी पहलू : Israel Iran War Israel Iran News 2025
- संयुक्त राष्ट्र, अंतर्राष्ट्रीय न्यायविद, और ICRC ने नागरिक अवसंरचना और ऊर्जा सुविधाओं पर हमलों को अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताते हुए शांति और मिश्रित मजबूती से आग्रह किया ।

भारत की भूमिका: ऑपरेशन सिंधु
- भारत ने 18 जून 2025 को “ऑपरेशन सिंधु” के माध्यम से ईरान में फंसे 110 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला ।
- इज़राइल–ईरान संघर्ष से तेल की कीमतों में इजाफा हो सकता है, जिससे भारत में महंगाई और आर्थिक दबाव बढ़ेगा।
संभावित परिदृश्य
- निपटारा व निर्णायक लड़ाई: इज़राइल ईरान की मिसाइल-शक्ति और परमाणु ढाँचे को समाप्त कर सकता है—but ईरान के शीर्ष नेतृत्व का खौफ़ अभी भी बरक़रार ।
- सीमित युद्ध और बातचीत: ईरान कुछ कंडीशनों (जैसे अमेरिकी गैर-हस्तक्षेप) के तहत वार्ता पर विचार कर सकता है
- क्षेत्रीय फ़ैलाव: हिज़्बुल्लाह, Houthis, सीरिया, इराक़ जैसे गुट दूसरी मोर्चे खोल सकते हैं
- स्थिर संघर्ष: तनाव जारी, पर सीमित गतिविधियाँ, कमजोर राजनयिक प्रयास—“ठंढा युद्ध” की स्थिति।
आगे की राह : Israel Iran Attack
- अगले सप्ताह में अमेरिका की भूमिका जैसे GBU‑57 बंकर-बस्टर बम की डिप्लॉयमेंट, U.S. एयरक्राफ्ट कैरियर्स की तैनाती, राजनैतिक निर्णय तय करेंगे कि युद्ध किस दिशा में जाएगा ।
- जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन की भूमिका शांति-प्रस्तावों और अभ्यास की दिशा में निर्णायक हो सकती है, यदि इज़राइल वार्ताओं का समर्थन करता है ।
अंत में… निष्कर्ष
इस लेख में हमने ऑपरेशन राइज़िंग लायन से शुरूआत, खुफिया-आधारित ड्रोन संचालन, मिसाइल और वायु हमले, राजनैतिक-सीमा विवरण, मानवीय संकट, और वैश्विक प्रभाव—all समग्रता से समझने की कोशिश की है। इज़राइल का स्पष्ट लक्ष्य ईरान के परमाणु-धड़क क्षमता और सशस्त्र शक्ति को कमजोर करना है, जबकि ईरान अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता और जवाबी क्षमताओं को कायम रखने का प्रयास कर रहा है।
मानव लागत पहले ही भारी दिख रही है, और हालात की गंभीरता देखते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय वार्ता और क़ानूनी ढाँचे पर जमे रहने की कोशिश कर रहा है। इसके साथ ही, भारत जैसे देशों को सैन्य रणनीति के प्रभाव, आर्थिक चुनौतियों और नागरिक सुरक्षा को मिलाकर संतुलित नीतियाँ अपनानी होंगी।
🧭 अगला कदम: आने वाले 2–3 दिनों में अमेरिका की निर्णय प्रक्रिया, ईरान की अतिरिक्त मिसाइल क्षमता, और यूरोपीय वार्ता—ये सभी निर्णायक होंगी कि यह संघर्ष एक बड़े युद्ध में डूबेगा या शांतिपूर्ण रास्ता निकलेगा।

Israel Iran War Israel Iran News 2025 : 2025 का मध्य विश्व इतिहास के उन निर्णायक मोड़ों में शामिल हो चुका है, जहां पश्चिम एशिया एक बार फिर युद्ध की लपटों में घिर चुका है। यह टकराव कोई नया नहीं, बल्कि वर्षों से पनपती वैचारिक, राजनीतिक और सामरिक कटुता का…